मध्य प्रदेश के कृषि महाविद्यालय/Agriculture colleges in M.P.

मध्य प्रदेश के कृषि महाविद्यालय/Agriculture colleges in M.P.

कृषि विज्ञान और शिक्षा अंतर्गत कृषि महाविद्यालयो की जानकारी लेख के लिए उपयोग किया गया है
                                        सीढ़ी दार खेती

आज के समय में कृषि शिक्षा का भी अपना एक स्थान हो गया है । मेडिकल , इंजीनियरिंग शिक्षा की ही तरह कृषि शिक्षा में बहुत अधिक प्रतियोगिता देखने को मिल रही है। मध्य प्रदेश के कृषि महाविद्यालय/Agriculture colleges in M.P. ब्लॉग  में कृषि की तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने के लिए मध्य प्रदेश के कृषि महाविद्यालय, चयन प्रक्रिया एवं रोजगार की संभावनाओं के विषय में जानकारी प्राप्त करेंगे।

मध्य प्रदेश में 2 कृषि विश्वविद्यालय हैं : –

1 . जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर द्वारा निम्न कृषि महाविद्यालय संचालित किए जाते हैं जो कि बैचलर डिग्री प्रोग्राम अंतर्गत  बी.एस.सी. कृषि, बी. एस. सी. उद्यानिकी , बी. एस. सी. वानिकी, बी. टेक (कृषि अभियांत्रिकी) एवं मास्टर डिग्री प्रोग्राम अंतर्गत एम.एस. सी. कृषि, एम एस सी वानिकी, एम टेक (कृषि अभियांत्रिकी) की उपाधि देते हैं :-

  • कृषि महाविद्यालय जबलपुर
  • कृषि महाविद्यालय रीवा
  • कृषि महाविद्यालय टीकमगढ़
  • कृषि महाविद्यालय गंजबासौदा (विदिशा)
  • कृषि महाविद्यालय वरासिवनी (बालाघाट)
  • कृषि महाविद्यालय पवारखेड़ा (होशंगाबाद)
  • उद्यानिकी महाविद्यालय छिंदवाड़ा
  • कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय जबलपुर

2.राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर द्वारा निम्न कृषि महाविद्यालय संचालित किए जाते हैं जो कि बैचलर डिग्री प्रोग्राम अंतर्गत बी.एस.सी. कृषि, बी. एस. सी. उद्यानिकी एवं मास्टर डिग्री प्रोग्राम अंतर्गत एम.एस. सी. कृषि, एम.एस. सी.  उद्यानिकी  की उपाधि देते हैं :-

  • कृषि महाविद्यालय ग्वालियर
  • कृषि महाविद्यालय इंदौर
  • कृषि महाविद्यालय सीहोर
  • कृषि महाविद्यालय खंडवा
  • उद्यानिकी महाविद्यालय मंदसौर

कृषि संकाय अंतर्गत विभागों की सूची दी गई है जिनके विषयानुसार विद्यार्थियों को कृषि शिक्षा दी जाती है : –

  1. कृषि जैव प्रौद्योगिकी (Agricultural biotechnology)
  2. कृषि अर्थशास्त्र और खेत प्रबन्धन (Agricultural economics and farm management)
  3. सस्य विज्ञान (Agronomy)
  4. कीट विज्ञान (Entomology)
  5. प्रसार शिक्षा/विस्तार शिक्षा (Extension education)
  6. खाद्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी (Food science and technology)
  7. वानिकी (Forestry)
  8. उद्यानिकी (Horticulture)
  9. गणित और सांख्यिकी (Mathematics and statistics)
  10. पौध प्रजनन और आनुवंशिकी (Plant breeding and genetics)
  11. पादप रोग विज्ञान (Plant pathology)
  12. प्लांट फिज़ीयालजी (Plant physiology)
  13. मृदा विज्ञान एवं कृषि रसायन (soil science and agril. chemistry)

कृषि अभियांत्रिकी संकाय अंतर्गत विभागों की सूची दी गई है जिनके विषयानुसार विद्यार्थियों को कृषि अभियांत्रिकी की  शिक्षा दी जाती है:-

  1. कृषि संरचना और पर्यावरण अभियांत्रिकी (Agricultural structure and environmental engineering)
  2. अनुप्रयुक्त भौतिकी और कृषि मौसम विज्ञान (applied physics and agricultural meteorology)
  3. कृषि मशीनरी और पावर इंजीनियरिंग (Farm machinery and power engineering)
  4. पोस्ट हार्वेस्ट प्रोसेस एंड फूड इंजीनियरिंग (post harvest process and food engineering)
  5. सॉइल एंड वॉटर इंजीनियरिंग (soil and water engineering)
  6. इन्स्ट्रूमेंटल डेवलपमेंट एंड सर्विस सेंटर (instrumental development and service center)

चयन प्रक्रिया : –  महाविद्यालयों में प्रवेश पाने के लिए म. प्र. प्री एग्रीकल्चर टेस्ट (P A T)  का आयोजन म. प्र. प्रोफेश्नल एग्जामिनेशन बोर्ड के द्वारा ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की जाती है। पास होने वा काउन्सलिन्ग उपरांत सीट आबंटित की जाती है । ICAR AIEEA  द्वार भी  ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की जाती है, पास होने वा काउन्सलिन्ग उपरांत सीट आबंटित की जाती है। अभ्यर्थी जिन्हे  फ्री सीट नहीं मिलती है वे पेमेंट सीट ले कर महाविद्यालय  में प्रवेश प्राप्त कर सकते है।

  • महात्मा गाँधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय चित्रकूट म. प्र. के  द्वारा भी  बी.एस.सी. कृषि की उपाधि दी जाती है एवं विद्यार्थियों का चयन पी ए टी के माध्यम से ही किया जाता है।

प्रवेश हेतु योग्यता :- बी.एस.सी. कृषि, बी. एस. सी. उद्यानिकी , बी. एस. सी. वानिकी के लिए  12 वीं कक्षा में विज्ञान समूह में भौतिकी, रसायन के साथ  गणित/जीव विज्ञान या कृषि विज्ञान से 12 वीं पास हो।  बी. टेक (कृषि अभियांत्रिकी) के लिए भौतिकी, रसायन के साथ  गणित विषय में 12वीं पास की हो।

शुल्क का विवरण :-

मध्य प्रदेश के कृषि महविद्यालय के शिक्षा शुल्क की जानकारी के लिए उपयोग किया गया है

रोजगार के अवसर :– कृषि विज्ञान एक व्यापक विज्ञान है इसलिए कृषि शिक्षा में विद्यार्थियों का भविष्य भी उज्ज्वल है। कृषि शिक्षा प्राप्त  कर विद्यार्थी विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त कर सकते है

  • शासकीय विभाग में – ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी,(बी.एस.सी. कृषि),
  • कृषि विकास अधिकारी,(बी.एस.सी. कृषि)
  • वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, (एम.एस. सी. कृषि/एम.एस. सी.  उद्यानिकी )
  • सहायक संचालक कृषि, (एम.एस. सी. कृषि/एम.एस. सी.  उद्यानिकी/ एम एस सी वानिकी/ बी टेक)
  • ग्रामीण उद्यान  विस्तार अधिकारी, (बी.एस.सी. कृषि,)
  • उद्यान विकास अधिकारी, (बी.एस.सी. कृषि/उद्यानिकी)
  • वरिष्ठ उद्यान विकास अधिकारी, (एम.एस. सी. कृषि/एम.एस. सी.  उद्यानिकी )
  • सहायक संचालक उद्यान, (एम.एस. सी. कृषि/उद्यानिकी)
  • सहायक संचालक सांख्यिकी , (एम.एस. सी. कृषि /एम.एस. सी.  उद्यानिकी/एम एस सी वानिकी/ बी टेक)
  • वन क्षेत्रपाल(एम.एस. सी. कृषि /एम.एस. सी.  उद्यानिकी/एम एस सी वानिकी/ बी टेक)
  • सहायक वन संरक्षक अधिकारी(एम.एस. सी. कृषि /एम.एस. सी.  उद्यानिकी/एम एस सी वानिकी/ बी टेक)
  • बैंक में – A F O (लोन अधिकारी ),(बी.एस.सी. कृषि/ उद्यानिकी /  वानिकी/बी. टेक (कृषि अभियांत्रिकी)/वेटेनरी साइन्स /फिशरी साइन्स )
  • कृषि विज्ञान केन्द्र में -विषय वस्तु विशेषज्ञ ,(एम.एस. सी. – संबन्धित विषय में )
  • ब्लॉक टेक्नालाजी मेनेजर , सहायक टेक्नालाजी मेनेजर,(बी.एस.सी. कृषि)
  • फार्म मेनेजर(बी.एस.सी. कृषि) , फर्टिलाइजर सेल  रीप्रेजेंटेटिव , (बी.एस.सी. कृषि)
  • म. प्र . वेयरहाउस एंड लेजिस्लेटिव में मेनेजर ,(बी.एस.सी. कृषि)
  • महाविद्यालयों में -जूनियर रिसर्च फेलो(बी.एस.सी. कृषि) , सीनियर रिसर्च फेलो(एम.एस. सी. कृषि), सहायक प्राध्यापक ,(एम.एस. सी. कृषि  एवं नेट( icar))
  • भारतीय खाद्य निगम में – A G -3 क्वालिटी कंट्रोल,(बी.एस.सी. कृषि)
  • बीज परीक्षण लेब  में- इंस्पेक्टर, सहायक बीज़ प्रमाणीकरण अधिकारी ,(एम.एस. सी. कृषि)
  • प्राइवेट फ़र्म/कंपनी  में -फील्ड ऑफिसर(बी.एस.सी. कृषि) , कृषि परामर्सदाता(एम.एस. सी. कृषि / एम बी ए एग्री बिज़नस ), क्वालिटी कंट्रोल अधिकारी(बी.एस.सी. कृषि  या बी.एस.सी. बीज प्रौद्योगिकी ), सहायक पौध प्रजनक,(बी.एस.सी. कृषि  और एम.एस. सी. कृषि)
  • किसान कॉल सेंटर-  पदाधिकारी,(बी.एस.सी. कृषि)
  • सभी MP PSC, UPSC, SSC एवं राज्य स्तरीय परीक्षाओ से सम्मलित हो कर अपना करियर बना सकते है।
  • कृषि विज्ञान की तकनीकी शिक्षा ग्रहण कर उन्नतशील कृषक, कृषि आधारित उद्योग धंधे स्थापित कर अच्छा उद्दयमी (entrepreneur) बन सकते है।

कृषि विज्ञान की शिक्षा विद्यार्थियों को रोजगार पाने एवं एक बेहतर भविष्य बनाने का अच्छा अवसर प्रदान करता है।

2 thoughts on “मध्य प्रदेश के कृषि महाविद्यालय/Agriculture colleges in M.P.”

    • पेमेंट सीट पर प्रवेश PAT की प्रवीणता/प्रतीक्षा सूची में उपलब्ध अभ्यर्थियों को दिया जाता है, जो अभ्यर्थी के विकल्प के आधार पर counselling के समय दी जाती है। मुख्यतः अभ्यर्थी फ्री सीट नहीं मिलने की स्थिति में पेमेंट सीट का चयन करते है। पेमेंट सीट में प्रवेश की अंतिम तिथियों की सूचना संबन्धित कृषि विश्वविद्यालयों के वेब पोर्टल में मिल जाएगी।

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